कहीं ना कहीं जिंदगी की मोड पर हमारी चाह आती है तो,
कोई पछतावा नहीं।
किसी वजह से हम अपनी ख्वाहिशों को बता नहीं सकते,
और एक दिन उसका एक एक ज़र्रा मनचाहे मंजिल को छू जाता है,
तो कोई पछतावा नहीं।

  हम कभी गलत राह ले सकते हैं, और हालात का सामना भी कर सकते हैं

एक दिन उस ऊंची नीची रास्तों को हम अपना पथ
बना लेते हैं
कोई पछतावा नहीं।


तुम्हें वह हासिल नहीं होता जिसकी तुम्हें चाह है
क्योंकि तुम बेहतर के हकदार हो,
कोई पछतावा नहीं।

– Mrवितेज

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